सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
33 साल बाद सलमान रुश्दी पर हुए हमले से नूपुर शर्मा की तुलना जरूरी है
भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) ने 1988 में 'द सेटेनिक वर्सेज' (The Satanic Verses) नाम की किताब लिखी थी. सलमान रुश्दी के खिलाफ 1989 में फतवा जारी हुआ था. इसके 33 साल बाद रुश्दी को ईशनिंदा के नाम पर निशाना बना लिया गया है. तो, नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की बात करना जरूरी है.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
'सिर तन से जुदा' का सिलसिला थामने के लिए सरकारों को ही आगे आना होगा
हिंदू-मुस्लिम दंगे की कई वजह होती थीं, लेकिन पिछले कुछ दिनों में 'नबी की शान में गुस्ताखी' (Sar Tan Se Juda) का बहाना लेकर मुस्लिम कट्टरपंथियों ने जो खूनखराबा किया है, उसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. इस खूनखराबे को 'भावना आहत' होने की आड़ लेकर जायज नहीं ठहराया जा सकता.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
Nupur Sharma: सुप्रीम कोर्ट ने जो आज कहा, वह 1 जुलाई को क्यों नही कहा?
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के जस्टिस जेबी पारदीवाला (JB Pardiwala) और जस्टिस सूर्यकांत (Surya Kant) की बेंच ने इस बार केवल केस से जुड़ी बातें ही कहीं हैं. आसान शब्दों में कहें, तो गिरफ्तारी से राहत देने के साथ ही मौखिक टिप्पणियों के मामले में भी नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) को राहत दी है.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
अजमेर शरीफ दरगाह के ये खादिम तो कम से कम 'शरीफ' नही हैं!
पैगंबर टिप्पणी विवाद (Prophet Remark Row) और उदयपुर हत्याकांड (Udaipur Murder Case) के बाद अजमेर शरीफ दरगाह (Ajmer Sharif Dargah) के इन खादिमों का जो रूप सामने आया है. उसे देखकर कोई भी हैरान हो जाएगा. हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की बात करने वाले इन खादिमों के जहरीले और नफरती बोल सुन कहा जा सकता है कि कम से कम ये खादिम तो शरीफ नही हैं.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
पैगंबर टिप्पणी विवाद: भाजपा नेता दिलीप घोष की दो टूक बातों को समझने की जरूरत क्यों है?
भाजपा नेता दिलीप घोष (Dilip Ghosh) ने पैगंबर टिप्पणी विवाद (Prophet Remark Row) पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'जिस विचारधारा से ये घटनाएं (उदयपुर और अमरावती हत्याकांड) हो रही हैं, उसके खिलाफ बोलने में दुनिया डरती है. जो लोग तर्क से जीत नहीं सकते हैं, वो तलवार निकाल लेते हैं. और, ऐसा बहुत समय से हो रहा है.'
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
CJI को भेजी लेटर-पेटिशन, जस्टिस सूर्यकांत भी नूपुर शर्मा की तरह 'कठघरे' में!
नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) के खिलाफ पैगंबर टिप्पणी विवाद (Prophet Remark Row) में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला ने खुलकर अपना गुस्सा निकाला. लेकिन, इन तीखी टिप्पणियों पर सीजेआई (CJI) को एक लेटर पीटिशन (Letter Petition) भेजी गई है. जिसमें कहा गया है कि इन मौखिक टिप्पणियों (Oral Remarks) को वापस लिया जाए.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
वास्तव में धर्मनिरपेक्षता की आड़ में भारत एक इस्लामिक मुल्क है!
नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की याचिका पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च अदालत (Supreme Court) ने आज देश का कैरेक्टर परिभाषित कर दिया है. उदयपुर हत्याकांड के बाद भी उलटे नूपुर को सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने पर मजबूर किया गया, तो हम सबको अपने चेहरों पर कालिख पोत लेनी चाहिए.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
Nupur Sharma case: सुप्रीम कोर्ट में 'आजाद अभिव्यक्ति का सिर तन से जुदा'!
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने देश के खराब हालात पर दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है. पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) की कथित टिप्पणी सबसे गंभीर अपराध है. जबकि, कन्हैया लाल को दिनदहाड़े काट दिया जाना (Udaipur Murder Case) महज प्रतिक्रिया भर है!
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